इस दौरान रविदास नगर की मंदिर में भी क्षति पहुंचाने का प्रयास आरोपितों द्वारा किया गया जो कि लोगों के इकट्ठा होकर विरोध करने पर असफल रहा। आरोपित पक्ष के द्वारा खुलेआम दादागिरी से परेशान होकर संत रविदास के मोहल्लेवासी एकत्रित हुए और कार्रवाई की मांग को लेकर छावनी थाने पहुंच गए।