ईएसबी हर साल 10 से ज्यादा परीक्षाएं कराता है। इसमें करीब 20 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होते हैं। कई प्रतियोगी परीक्षार्थी साल में तीन से अधिक परीक्षाओं में भाग्य आजमाते हैं। हर बार परीक्षा शुल्क जमा करने के अलावा उन्हें दूसरे खर्च भी उठाने पड़ते हैं। एक परीक्षा पर ऐसे विद्यार्थियों का औसत खर्च पांच हजार रुपया आंका गया है।
कई वर्षों से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों के लिए एक परीक्षा पर इतना खर्च वित्तीय दबाव बढ़ा देता है। बताया जा रहा है कि ईएसबी के पास 400 करोड़ रुपये बचत खाते में जमा हैं। इसके बाद भी परीक्षा शुल्क के रवैये में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है।
वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में राज्य लोक सेवा आयोग और व्यावसायिक परीक्षा मंडल की सभी परीक्षाएं निश्शुल्क हो गई हैं। 2022 से पहले वहां सामान्य के लिए 500 और आरक्षित वर्ग के लिए 200 रुपये परीक्षा शुल्क लिया जाता था। अब वहां किसी प्रतियोगी परीक्षा के लिए प्रतिभागी को शुल्क नहीं देना होता।