तेलुगू एक्टर मोहन बाबू के खिलाफ पत्रकार पर हमला करने को लेकर FIR, बेटे मंचू मनोज के साथ लड़ाई को कर रहे थे कवर
Updated on
11-12-2024 05:52 PM
फिल्मी दुनिया में कुछ मामले हैरान करने वाले होते हैं और ऐसा ही एक केस इन दिनों तेलुगू एक्टर मोहन बाबू से जुड़ा है। हाल ही में खबर आई कि तेलुगू एक्टर मोहन बाबू अपने ही बेटे मंचू मनोज और बहू मोनिका के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और उनपर मारपीट का आरोप लगाया। वहीं मोहन बाबू के घर में बेटे मनोज ने जबरन घुसने की कोशिश की जिससे अफरातफरी मच गई।
एक पत्रकार पर भी कथित तौर पर हमला किया गया
खबर है कि तेलुगू एक्टर मोहन बाबू के छोटे बेटे मनोज ने जलपल्ली इलाके में उनके घर पर जबरन घुसने की कोशिश की, जिसके बाद मंगलवार को वहां अफरा-तफरी मच गई। इस घटनाक्रम को कवर कर रहे एक पत्रकार पर भी कथित तौर पर हमला किया गया। मनोज भी एक अभिनेता हैं। उन्होंने जबरदस्ती पिता के घर के अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन वहां तैनात पर्सनल गार्ड्स ने उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया।
फुटेज में मोहन बाबू एक पत्रकार को पीटने की कोशिश करते हुए दिखे
टेलीविजन फुटेज में मोहन बाबू को एक पत्रकार को पीटने की कोशिश करते हुए दिखाया गया। उस पत्रकार के पास माइक्रोफोन था और वो इस घटना को कवर कर रहा था। बताया गया है कि उसे चोटें आई हैं। मोहन बाबू के परिवार में मतभेद का यह मामला सोमवार को उस समय खुलकर सामने आ गया जब उन्होंने पुलिस में यह शिकायत दर्ज कराई कि मनोज और उनकी पत्नी ने धमकी एवं बलपूर्वक जलपल्ली स्थित उनके घर पर कब्जा करने की योजना बनाई है।
मोहन बाबू पत्रकार से आक्रामक तरीके से भिड़ गए!
कथित तौर पर यह विवाद 10 दिसंबर शाम 7.50 बजे हुआ, जब मीडिया कर्मी मोहन बाबू और उनके बेटे एक्टक मंचू मनोज के बीच चल रहे विवाद को कवर कर रहे थे। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक, उनकी शिकायत उसी रात 10.55 बजे दर्ज की गई थी। पहाड़ी शरीफ पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर बी दयाकर रेड्डी ने पत्रकार का बयान दर्ज किया। पत्रकार, अन्य पत्रकारों के साथ, पारिवारिक कलह की रिपोर्ट करने के लिए शाम को मोहन बाबू के घर पर पहुंचे थे। रात करीब 8.05 बजे अभिनेता मंचू मनोज ने कथित तौर पर पत्रकारों को स्थिति को कवर करने के लिए अंदर बुलाया क्योंकि उनके और उनके पिता के बीच तनाव बढ़ गया था। कथित तौर पर इस घटना ने हिंसक रूप ले लिया। शिकायतकर्ता के अनुसार, मोहन बाबू पत्रकार से आक्रामक तरीके से भिड़ गए।
उनका माइक्रोफोन और फोन जबरन जब्त कर लिया
पत्रकार का आरोप है कि एक्टर ने उनका माइक्रोफोन और फोन जबरन जब्त कर लिया, आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया और माइक्रोफोन से उस पर फिजिकल अटैक किया, जिसमें स्टील की पाइप और मेटल का लोगो लगा हुआ था। बताया गया है कि हमले में पत्रकार के सिर पर गंभीर चोट लगी, जिससे काफी खून बह गया। पत्रकार ने दावा किया कि हमला बिना उकसावे के किया गया था और पुलिस से मोहन बाबू के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया। उन्हें तुरंत शमशाबाद के ट्राइडेंट अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी चोटों का इलाज किया गया। शिकायत दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच एसआईपी वी. लक्ष्मैया कर रहे हैं।
कहा- संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए नहीं है लड़ाई
मनोज ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि वह संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए नहीं बल्कि आत्मसम्मान के लिए लड़ रहे हैं। मनोज ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अपने पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार और झूठा बताया। मोहन बाबू के बड़े बेटे विष्णु ने कहा कि पारिवारिक मुद्दे सुलझा लिए जाएंगे। मोहन बाबू की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पहले ही मनोज और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।
पिता ने मनोज पर लगाए आरोप, घर पर उपद्रव किया
उन्होंने ने सोमवार को अपनी शिकायत में मनोज और उसके द्वारा किराये पर रखे गए कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आठ दिसंबर को उनके आवास पर उपद्रव किए जाने का आरोप लगाया। मोहन बाबू ने सोमवार को अपनी शिकायत में कहा कि मनोज और उसके द्वारा किराये पर रखे गए कुछ असामाजिक तत्वों ने 8 दिसंबर को उनके घर पर उपद्रव किया।
मोहन बाबू ने पुलिस सुरक्षा भी मांगी
मोहन बाबू के अनुसार, उनके एक कर्मचारी ने सोमवार को उन्हें बताया कि 30 व्यक्ति उनके घर पर जबरन घुस आए, स्टाफ को धमकाया और उन्हें कैंपस से बाहर निकाल दिया। सीनियर तेलुगू एक्टर ने आरोप लगाया कि मनोज और उनकी पत्नी के निर्देश पर इन लोगों ने उनके घर पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया। मोहन बाबू ने पुलिस से मनोज, उनकी पत्नी और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा उन्हें घर से बाहर निकालने का अनुरोध किया। उन्होंने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस सुरक्षा का भी अनुरोध किया।
आठ दिसंबर को 10 अज्ञात लोग घर में घुसे
पुलिस ने मनोज की शिकायत पर भी मामला दर्ज किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि आठ दिसंबर को 10 अज्ञात लोग घर में घुसे और जब उसने उन्हें देखा तो उन लोगों ने भागने की कोशिश की।
'मेरा बच्चा घर के अंदर है, गेट खोलो'
बताया जा रहा है कि ताला तोड़कर मनोज के जबरन घर में घुसने की वजह कुछ और थी। खबर है कि मंगलवार 10 दिसंबर की रात जब मनोज अपने घर जलपल्ली पहुंचे और घर के गेट पर ताला लगा देखा तो गुस्से से आगबबूला हो गए। मनोज ने पहले ताला खुलवाने की कोशिश की लेकिन बार-बार कहने के बाद भी घर का ताला नहीं खुला। इसके बाद ड्रामा शुरु हुआ। मनोज को चीखकर ये कहते सुना गया, 'मेरा बच्चा घर के अंदर है, गेट खोलो।' खबर है कि उन्हें अपनी बेटी से मिलने की भी इजाजत नहीं दी गई।
ये पारिवारिक कलह पिछले साल से ही चल रहा
बताया जा रहा है कि उनके बीच ये पारिवारिक कलह पिछले साल से ही चल रहा है।मनोज का आरोप है कि उनके पिता ने गलत तरीके से अपनी संपत्तियों और फैमिली बिजनस का एक बड़ा हिस्सा उनके बड़े भाई मांचू विष्णु को दे दिया। बताया जाता है कि इससे पहले जो झगड़ा हुआ था वो मोहन बाबू और उनके भाई विष्णु मांचू के बीच हुआ था। साल 2023 में सामने आए इस विववाद में मोहन बाबू ने अपने भाई विष्णु मांचू पर उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया था।
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